कंप्यूटर में डेटा संग्रह कंहाँ किया जाता है Where is data stored in a computer

कंप्यूटर में डेटा संग्रह कंहाँ किया जाता है Where is Data stored in a computer


कंप्यूटर में डेटा संग्रह विभिन्न स्थानों पर किया जाता है, जैसे:
  • हार्ड डिस्क (Hard Disk): हार्ड डिस्क (Hard Disk) कंप्यूटर का एक प्रमुख आंतरिक संग्रह साधन होता है। यह डेटा को स्थायी रूप से संग्रहित करता है और उसे बंद करने के बाद भी सुरक्षित रखता है। हार्ड डिस्क ड्राइव कंप्यूटर के माध्यम से उपयोगकर्ता को डेटा तक पहुंचने और उसे संशोधित करने की सुविधा प्रदान करता है।
  • सॉलिड स्टेट ड्राइव (Solid State Drive, SSD): सॉलिड स्टेट ड्राइव एक तेजी से वायरलेस और भारी डेटा संग्रह करने के लिए प्रचलित साधन है। यह फ्लैश मेमोरी का उपयोग करता है और हार्ड डिस्क ड्राइव की तुलना में तेजी से डेटा तक पहुंच और डेटा प्रक्रिया करने की सुविधा प्रदान करता है।
  • रैम (RAM): रैम (Random Access Memory) प्राथमिक मेमोरी होती है जो कंप्यूटर में चल रहे कार्य को संग्रहित करती है। रैम अस्थायी संग्रह करती है और कंप्यूटर को चालू रखने के दौरान डेटा को रखती है, लेकिन जब कंप्यूटर बंद होता है तो डाटा भ नहीं रहता है।
  • नेटवर्क संग्रह (Network Storage): नेटवर्क संग्रह उपकरण के माध्यम से नेटवर्क पर संग्रहित होता है। इसमें संग्रहित डेटा को नेटवर्क के अन्य कंप्यूटरों और उपकरणों के साथ साझा किया जा सकता है। यह संग्रहित डेटा के लिए संगठित और सुरक्षित स्थान प्रदान करता है जिससे टीम में सहयोग और साझा काम करने में सुविधा होती है। नेटवर्क संग्रह के उदाहरण शामिल हैं नेटवर्क अतिरिक्त संलग्न भाग (Network Attached Storage, NAS) और स्टोरेज एरिया नेटवर्क (Storage Area Network, SAN)।
  • वर्चुअल मशीन संग्रह (Virtual Machine Storage): वर्चुअल मशीन संग्रह एक व्यवस्था है जो वर्चुअल मशीन (Virtual Machine) के लिए डेटा संग्रह करती है। यह वर्चुअल मशीन के आपूर्ति संग्रहित करने और उसे विभिन्न वर्चुअल मशीनों के बीच साझा करने में मदद करता है। इसमें वर्चुअल हार्ड डिस्क (Virtual Hard Disk) और वर्चुअल स्टोरेज पूल (Virtual Storage Pool) जैसे संग्रह साधन शामिल हो सकते हैं।
  • फाइल सर्वर (File Server): फाइल सर्वर एक कंप्यूटर होता है जो अन्य कंप्यूटरों के लिए संग्रहित डेटा को साझा करने की सुविधा प्रदान करता है। इसमें संग्रहित डेटा को साझा करने के लिए नेटवर्क के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है। उपयोगकर्ताओं को अनुमति दी जाती है कि वे फ़ाइल सर्वर के माध्यम से डेटा को संपादित, साझा करें और संग्रहित करें।
  • डेटाबेस सर्वर (Database Server): डेटाबेस सर्वर डेटाबेस को संग्रहित करने और प्रबंधित करने के लिए एक सर्वर होता है। यह डेटाबेस में संग्रहित डेटा को उपयोगकर्ताओं को पहुंचने और संशोधित करने की सुविधा प्रदान करता है। डेटाबेस सर्वर विभिन्न डेटाबेस प्रणालियों के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे SQL सर्वर, ओरेकल सर्वर, माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस आदि।
  • अनुकूलित संग्रह (Distributed Storage): अनुकूलित संग्रह एक विधि है जिसमें डेटा को विभिन्न स्थानों पर संग्रहित किया जाता है। यह डेटा की उपलब्धता, सुरक्षा, और प्रदर्शन को बढ़ाती है। यह विधि डेटा को विभाजित करके स्टोर करने के लिए एक क्लस्टर या नेटवर्क का उपयोग करती है। इसमें डेटा के मल्टीपल कॉपियों को विभिन्न सर्वरों या नोड्स में संग्रहित किया जाता है, जिससे डेटा का नुकसान या उपलब्धियों की कमी का खतरा कम होता है। इसके अलावा, अनुकूलित संग्रह विधि उपयोगकर्ताओं को डेटा को स्थानांतरित करने और पहुंचने की सुविधा प्रदान करती है, जिससे विभिन्न उपयोगकर्ताओं को डेटा को साझा करने और एकीकृत करने में सुविधा मिलती है।
  • वायरलेस संग्रह (Wireless Storage): वायरलेस संग्रह के माध्यम से डेटा को बिना तार के संग्रहित किया जाता है। इसमें वायरलेस नेटवर्क तक पहुंचने के लिए वायरलेस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है। इस तरीके का उपयोग पोर्टेबल डिवाइसों जैसे मोबाइल फ़ोन, टैबलेट, लैपटॉप आदि में किया जा सकता है।
  • इंटरनेट संग्रह (Internet Storage): इंटरनेट संग्रह विधि के माध्यम से डेटा को इंटरनेट के सर्वरों पर संग्रहित किया जाता है। इसका उपयोग ऑनलाइन स्टोरेज सेवाओं जैसे क्लाउड संग्रह, फ़ाइल होस्टिंग सेवाएं, डेटा बैकअप सेवाएं आदि के लिए किया जाता है। यह उपयोगकर्ताओं को अनुकूलितता, उपलब्धता, और सुरक्षा के साथ अपने डेटा को इंटरनेट के माध्यम से पहुंचने की सुविधा प्रदान करता है।
  • पोर्टेबल संग्रह (Portable Storage): पोर्टेबल संग्रह एक विधि है जिसमें डेटा को पोर्टेबल डिवाइसों में संग्रहित किया जाता है। यह उपयोगकर्ताओं को डेटा को संग्रहित करने, परिवहन करने, और उपयोग करने की सुविधा प्रदान करता है। इसमें विभिन्न पोर्टेबल डिवाइस का उपयोग किया जा सकता है जैसे कि USB फ्लैश ड्राइव, एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव, मेमोरी कार्ड, और कस्टम डिवाइस जो डेटा संग्रह की सुविधा प्रदान करते हैं। पोर्टेबल संग्रह का उपयोग डेटा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने, डेटा को सुरक्षित रखने और उपयोग करने, और डेटा को अलग-अलग उपकरणों में समायोजित करने के लिए किया जाता है।
  • फिजिकल संग्रह (Physical Storage): फिजिकल संग्रह एक हार्डवेयर उपकरण होता है जिसमें डेटा को भंडारित किया जाता है। इसमें हार्ड डिस्क ड्राइव, सॉलिड स्टेट ड्राइव, ओप्टिकल डिस्क आदि शामिल हो सकते हैं। यह डेटा को फिजिकल रूप से संग्रहित करता है और कंप्यूटर सिस्टम में स्थानांतरित किया जाता है।
  • टेप संग्रह (Tape Storage): टेप संग्रह एक पुरानी और अभी भी उपयोग में आने वाली विधि है जिसमें डेटा को टेप कैसेट्स पर संग्रहित किया जाता है। यह उपकरण बड़ी राशि में डेटा संग्रह करने की क्षमता रखता है और लंबे समय तक डेटा को सुरक्षित रखता है। टेप संग्रह विधि को बैकअप और आर्काइविंग के लिए आमतौर पर उपयोग किया जाता है।
  • ऑफलाइन संग्रह (Offline Storage): ऑफलाइन संग्रह विधि में डेटा को उपकरणों से अलग करके संग्रहित किया जाता है। इसमें उपकरण जैसे की एक्सटर्नल हार्ड डिस्क, यूएसबी ड्राइव, डीवीडी, ब्लू-रे डिस्क, फ्लॉपी डिस्क, टेप ड्राइव आदि का उपयोग किया जाता है। इन उपकरणों में डेटा संग्रहित किया जाता है और इसे उपकरण से हटाकर बाद में उपयोग किया जा सकता है। यह तरीका ऑफलाइन उपकरणों की बड़ी क्षमता और उच्च सुरक्षा प्रदान करता है, क्योंकि डेटा इंटरनेट या नेटवर्क से सीधे जुड़े नहीं होते हैं। ऑफलाइन संग्रह का उपयोग डेटा की बैकअप, डेटा की सुरक्षा, और डेटा के लिए दुर्लभ या संग्रहणीय संसाधनों के लिए किया जाता है।
  • वर्चुअल संग्रह (Virtual Storage): वर्चुअल संग्रह विधि में एक संग्रह अभियांत्रिकी का उपयोग किया जाता है जो विशेषता रूप से डेटा को संग्रहित करती है और उपयोगकर्ता को संग्रहित डेटा तक पहुंचने की सुविधा प्रदान करती है। वर्चुअल संग्रह का उपयोग कंप्यूटर नेटवर्क्स और साझा डेटा के लिए किया जाता है। उपयोगकर्ताओं को लगता है कि यह डेटा संग्रह प्रणाली स्थानीय ड्राइव पर संग्रहित हो रहा है, जबकि वास्तविकता में यह डेटा केंद्रीय संग्रह अभियांत्रिकी पर संग्रहित होता है।
  • फ्लैश संग्रह (Flash Storage): फ्लैश संग्रह एक तेजी से पहुंच संग्रह विधि है जिसमें डेटा को इलेक्ट्रॉनिक मेमोरी चिप्स में संग्रहित किया जाता है। यह उपकरण जैसे की सॉलिड स्टेट ड्राइव (SSD) और उपकरण जैसे की USB फ्लैश ड्राइव में उपयोग किया जाता है। फ्लैश संग्रह तेजी से पहुंच और सुरक्षितता के साथ डेटा को संग्रहित करने की सुविधा प्रदान करता है।
  • इंटेलिजेंट संग्रह (Intelligent Storage): इंटेलिजेंट संग्रह विधि में एक्सपर्ट सिस्टम या एल्गोरिदम का उपयोग किया जाता है जो डेटा को स्वचालित रूप से व्यवस्थित करता है। यह संग्रह प्रणाली डेटा के मूल्यांकन, संकलन, वर्गीकरण और अधिकारिक निर्णय लेने में मदद करती है। इंटेलिजेंट संग्रह तकनीकों के उपयोग से, यह संग्रह प्रणाली स्वयं सीखती है और उपयोगकर्ता के आवश्यकताओं के आधार पर डेटा को स्वचालित रूप से व्यवस्थित करने के लिए अपडेट होती है।
  • विर्चुअलाइज्ड संग्रह (Virtualized Storage): विर्चुअलाइज्ड संग्रह विधि एक संग्रह अभियांत्रिकी है जो विभिन्न फिजिकल संग्रह संसाधनों को एकीकृत रूप से प्रबंधित करने की सुविधा प्रदान करती है। इसमें एक अभियांत्रिकी लेयर द्वारा विभिन्न संग्रह संसाधनों को विर्चुअलाइज़ किया जाता है और उपयोगकर्ताओं को एकल संग्रह प्रणाली के रूप में प्रदान किया जाता है। यह संग्रह विधि संग्रह संसाधनों को स्थानान्तरित करने, वृद्धि करने, और संपीड़ित करने की सुविधा प्रदान करती है, जिससे संग्रह संसाधनों का सबसे अधिक उपयोग किया जा सकता है। विर्चुअलाइज्ड संग्रह की एक महत्वपूर्ण उदाहरण विर्चुअल मशीन (Virtual Machine) है, जहां एक फिजिकल मशीन पर कई वर्चुअल मशीन चलाई जा सकती हैं और प्रत्येक वर्चुअल मशीन अपने आप में एक संपूर्ण संग्रह प्रणाली को प्रदान करती है।
  • ऑब्जेक्ट संग्रह (Object Storage): ऑब्जेक्ट संग्रह विधि में डेटा को वस्तुओं के रूप में संग्रहित किया जाता है, जहां प्रत्येक वस्तु को एक अद्वितीय आईडी और मेटाडेटा के साथ जोड़ा जाता है। यह विधि महत्वपूर्ण डेटा संग्रह को प्रबंधित करने, डेटा को खोजने और सुरक्षित रूप से साझा करने की सुविधा प्रदान करती है। ऑब्जेक्ट संग्रह विधि का उपयोग विभिन्न वेब और वैश्विक स्तरीय अनुप्रयोगों, बैकअप, आर्काइविंग, बिग डेटा एनालिटिक्स आदि के लिए किया जाता है।
  • हाइब्रिड संग्रह (Hybrid Storage): हाइब्रिड संग्रह विधि एक मिश्रित संग्रह समाधान है जो विभिन्न संग्रह तकनीकों का उपयोग करके बनाया जाता है। यह उपयोगकर्ताओं को प्रदान करता है कि वे डेटा को फिजिकल संग्रह, क्लाउड संग्रह और नेटवर्क-आधारित संग्रह के बीच स्थानांतरित कर सकें। हाइब्रिड संग्रह समाधान के उपयोग से, उपयोगकर्ताओं को सुरक्षितता, प्रदर्शन और मूल्य के संरक्षण के साथ संग्रह विकल्पों की विस्तृत विकल्प प्राप्त होती हैं। उपयोगकर्ता आधारित आवश्यकताओं और डेटा प्रकार के आधार पर, वे अपने डेटा को उपयुक्त संग्रह विकल्प में संग्रहित कर सकते हैं, जैसे कि कुछ डेटा को फिजिकल सर्वरों में संग्रह करने के लिए और कुछ डेटा को क्लाउड सेवाओं में संग्रह करने के लिए। हाइब्रिड संग्रह समाधान की मदद से, उपयोगकर्ताओं को उच्च स्तर की विश्रामितता, मुख्यता और व्यवस्थापन प्रदान की जाती है जो उन्हें अपने डेटा को सुरक्षित रखने और सही संग्रह समाधान को प्राप्त करने में मदद प्राप्त होती हैं।
  • डिस्ट्रीब्यूटेड संग्रह (Distributed Storage): डिस्ट्रीब्यूटेड संग्रह विधि में डेटा को विभिन्न संग्रह संसाधनों और सर्वरों पर विभाजित किया जाता है। यह विधि सुरक्षितता, उपयोगकर्ता गतिशीलता, और सुपरस्केलिंग की सुविधा प्रदान करती है। डेटा की कॉपी को सिस्टम के कई नोड्स पर संग्रहित किया जाता है, जिससे डेटा का नुकसान या उपलब्धियों की कमी का खतरा कम होता है।
  • आइलैंड संग्रह (In-Memory Storage): आइलैंड संग्रह विधि में डेटा को संग्रहित करने के लिए मेमोरी चिप्स का उपयोग किया जाता है। यह विधि अत्यधिक गतिशीलता और प्रदर्शन प्रदान करती है, क्योंकि डेटा को डिस्क संग्रह की तुलना में मेमोरी में संग्रहित करने से पहुंचने में तेजी होती है। आइलैंड संग्रह विधि डेटा को व्यावहारिक रूप से प्रोसेस करने और रियल-टाइम एनालिटिक्स का समर्थन करने में भी सक्षम होती है।

ये कुछ डेटा संग्रह के विभिन्न प्रकार है।



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